रांची टेस्ट में भारत ने द. अफ़्रीका को पारी और 202 रन से हराकर सिरीज़ 3-0 से जीती
भारत ने रांची में तीसरा टेस्ट मैच जीतने के साथ ही दक्षिण अफ़्रीका को तीन मैचों की टेस्ट सिरीज़ में 3-0 से मात दी.
दक्षिण अफ़्रीका को भारत ने रांची टेस्ट मैच में एक पारी और 202 रनों से हरा दिया. रांची टेस्ट मैच की दूसरी पारी में दक्षिण अफ़्रीका 133 रन पर ही आउट हो गया. भारत ने नौ विकेट पर 497 बनाए थे. इस विशाल स्कोर में रोहित शर्मा का दोहरा शतक और आजिंक्या रहाणे का शतक शामिल था.
दक्षिण अफ़्रीका पहली पारी में 162 रन ही बना पाया था जिसके बाद उसे फ़ॉलोऑन खेलना पड़ा.
दूसरी पारी में भी उनकी टीम लड़खड़ाई और चौ
मोहम्मद शमी ने दूसरी पारी में दस ओवर की
सिनीनात मेजर जनरल रह चुकी हैं. वो एक प्रशिक्षित पायलट और नर्स हैं. वो बॉडीगार्ड भी रही हैं. बीती करीब एक शताब्दी के दौरान 'रॉयल नोबल कन्सॉर्ट' का पदनाम हासिल करने वाली वो पहली शख्सियत थीं.
सिनीनात के पदनाम वापस लेने से जुड़ी घोषणा सोमवार को राजपत्र में प्रकाशित हुई. वो अर्से से राजा की करीबी थीं.
राजा की सुतिदा से शादी के बाद भी सिनीनात शाही कार्यक्रमों की नियमित मेहमान रहती थीं.
गेंदबाज़ी में महज दस रन देकर तीन विकेट झटके. इनमें से 6 ओवर मेडेन फेंके. उमेश यादव ने दूसरी पारी में नौ ओवर की गेंदबाज़ी में 35 रन देकर दो विकेट लिए.
अपना पहला मैच खेल रहे शहबाज़ नदीम
राजपत्र में सोमवार को प्रकाशित बयान में जानकारी दी गई कि मई में हुए राज्याभिषेक के पहले सिनीनात ने 'प्रतिरोध दिखाया और रानी की नियुक्ति को हर हाल में रोकने के लिए दबाव बनाया'.
बयान में आगे जानकारी दी गई है, "राजा ने उन्हें शाही पद इस उम्मीद में दिया था कि उन पर कुछ दबाव कम हो सके साथ ही इससे राजतंत्र पर असर डालने वाली समस्या का समाधान निकलने की उम्मीद भी थी."
इस बयान में सिनीनात पर 'राजा और रानी के ख़िलाफ़ विरोध दिखाने और राजा के हवाले से आदेश देने के लिए अपनी शक्तियों के दुरपयोग करने का' आरोप भी लगाया गया है.
बयान में कहा गया है कि राजा को जानकारी मिली कि 'वो न तो ख़ुद को मिले पदनाम को लेकर आभारी थीं और न ही उनका बर्ताव उनके दर्जे के मुताबिक था'.
राजा ने उनके सभी शाही पदनाम, सम्मान, रॉयल गार्ड में उनके दर्जे और सेना में उनकी रैंक को वापस लेने का आदेश दिया है.
राजा महा वाचिरालोंगकोन के पिता की साल 2016 में मौत हुई थी. वो उसके बाद से राजगद्दी पर हैं.
ने पहली पारी में 22 रन देकर दो विकेट झटके.
दूसरी पारी में दक्षिण अफ़्रीका की ओर से डी ब्रुयन ने सबसे ज़्यादा 30 रन बनाए.
थाईलैंड के राजा महा वाचिरालोंगकोन ने चार शादियां की हैं. उनकी चार पत्नियां राजकुमारी तोम्सवली (1977 से 1993), युवाधिदा (1994 से 1996), सीरात (2001 से 2014) और रानी सुतिदा हैं.
सिनीनात को हटाए जाने की सही वजह शायद कभी सार्वजनिक न की जाए. इसकी वजह ये है कि थाईलैंड में राजमहल से जुड़ी बातों को रहस्य के पर्दों में रखा जाता है. थाईलैंड के क़ानून के मुताबिक सम्राट के किसी भी तरह के अपमान पर रोक है. इस मामले में थाईलैंड का क़ानून दुनिया में सबसे कड़े क़ानूनों में गिना जाता है.
सिनीनात को हटाए जाने का मामला राजा की दो पूर्व पत्नियों से मेल खाता है. साल 1996 में उन्होंने अपनी दूसरी पत्नी पर आरोप लगाया था और उनके साथ हुए अपने चार बेटों को अपनाने से इनकार कर दिया था. राजा की दूसरी पत्नी भागकर अमरीका चली गईं थीं.
साल 2014 में इसी तरह उन्होंने अपनी तीसरी पत्नी के पदनाम वापस ले लिए थे.
पहली पारी में हमज़ा ने सबसे ज़्यादा 62 रन बनाए थे.
वहीं भारत की ओर से पहली पारी में रोहित शर्मा ने 212 रन और रहाणे ने 115 रन की शानदार पारी खेली.
थे दिन जब खेल शुरू हुआ तो भारत जीत से मात्र दो विकेट दूर था.
थाईलैंड के राजा महा वाचिरालोंगकोंन
ने अपनी आधिकारिक सहयोगी के ओहदे और शाही पदनाम वापस ले लिए हैं. इसके पीछे
उनके 'दुर्व्यवहार और सम्राट के साथ बेवफ़ाई' को अहम वजह बताया गया है.
इस
बारे में आधिकारिक घोषणा की गई जिसमें बताया गया कि सिनीनात वोंग वचिरापाक
'महात्वाकांक्षी' थीं और उन्होंने ख़ुद को 'रानी के ओहदे के समकक्ष
पदोन्नत करने की कोशिश की'. बयान में कहा गया है कि 'सम्राट की सहयोगी के बर्ताव को अपमानजनक माना गया'.
उनकी नियुक्ति जुलाई में हुई थी. इसके सिर्फ दो महीने पहले थाईलैंड के राजा ने रानी सुतिदा से शादी की थी. सुतिदा उनकी चौथी पत्नी हैं.
रानी सुतिदा 41 बरस की हैं. वो थाईलैंड के राजा महा वाचिरालोंगकोन की बॉडीगार्ड यूनिट की उप प्रमुख रही हैं. वो फ्लाइट अटेंडेंट भी रह चुकी हैं और बरसों से सार्वजनिक जगहों पर राजा के साथ दिखाई देती रही हैं.
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